जेईई मेंस परीक्षा के पहले सत्र का रिजल्ट जारी हो गया है इस परीक्षा में चिन्हित से 20 ऐसे छात्र सफल हुए हैं जिनकी परीक्षा में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। ऐसे ही 20 छात्रों में से एक हैं चंद्रपुर, महाराष्ट्र के द्याणेश। जो जेईई में अपने पहले ही प्रयास में सफल हुए हैं।

जेईई मेन्स टॉपर -2023
JEE Mains Topper 2023: जेईई मेंस के पहले सत्र की परीक्षा का रिजल्ट हो गया है। इस परीक्षा में लाखों की संख्या में छात्रों ने भाग लिया था जिसमें से देश भर के 20 छात्र ऐसे हैं जिनकी परीक्षा में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। उनमें से ही एक हैं चंद्रपुर, महाराष्ट्र के दयनेश शिंदे। ध्यानेश अपने पहले ही प्रयास में परीक्षा में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने और उनके परिवार ने बहुत ही संघर्ष किया। बेटे की सफलता के लिए उनके परिवार ने 5 साल से उनके साथ राजस्थान का कोटा स्विच हो गया जहां उन्होंने बेटे को पढ़ने में पूरा सपोर्ट किया। आइए जानें ज्ञानेश के संघर्ष की पूरी कहानी-
उल्लेखनीय है की नेशनल टेस्ट एजेंसी (एनटीए) ने जी मेंस के सत्र की पहली परीक्षा का स्थान 24 जनवरी से 1 फरवरी तक किया था जिसमें देश भर से करीब 10 लाख छात्रों ने भाग लिया था। इस परीक्षा में सफल हुए ग्लोब में से एक है द्यानेश शिंदे। डियानेश ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया है कि उनकी सफलता में सेल्फस्टडीज और कोचिंग की सहायता का प्रमुख योगदान है। उनके परिवार ने इसके लिए उन्हें बहुत अधिक समर्थन दिया। पढ़ने के लिए उनकी मां और बड़ी बहन के साथ कोटा छींटाकशी हो गई थी। ग्यानेश की मां माधवी शिंदे बताती हैं कि, वो ध्यानेश की बड़ी बहन जो अब एमबीबीएस के आखिरी साल में है, की पढ़ने के लिए वो कोटा स्विच हुआ था तभी ध्यानेश भी आगया और उसने सोच से अपने जी की परीक्षा की तैयारी शुरू की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ध्यानेश शुरू से ही इंजीनियर बनाना चाहता था और कोटा शिफ्ट हो कर उसे यहां एक अच्छा मुहल्ले और गाइडेंस मिला। अब शिक्षा का अपना किसी उच्च तंत्र शिक्षण संस्थान में प्रवेश लिया जाता है। ध्यानेश ध्यान से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग या पुरानी बातों में पढ़ना चाहते हैं। उनकी इस सफलता से उनका परिवार भी बहुत खुश है कि अब उन्हें दोबारा: जेईई परीक्षा में शामिल नहीं होना पड़ेगा और वो अब पूरी तरह से जेईई एडवांस पर फोकस कर पाएंगे।